पाराशर स्कूल ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया। इस अभियान का उद्देश्य छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और धरती को हरियाली से भरपूर बनाना था।
विद्यालय के डायरेक्टर रामलाल पाराशर जी ने इस मौके पर कहा, “पर्यावरण दिवस हमें याद दिलाता है कि हमें अपने पर्यावरण की देखभाल करनी चाहिए। पौधे लगाना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे हम पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ दुनिया बना सकते हैं।”
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य श्री सुघर सिह जी ने कहा, “वृक्ष हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये हमें न केवल ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी संतुलित रखते हैं। हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाकर धरती को हरा-भरा बनाना चाहिए।”
इस अभियान में स्कूल के सभी छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। छात्रों ने विभिन्न प्रकार के पेड़ जैसे नीम, पीपल, आम आदि के पौधे लगाए। साथ ही, पौधों की देखभाल और उनके संरक्षण के महत्व पर भी चर्चा की गई।
शिक्षक अंकित कुमार ने बताया की , “हमारे स्कूल में यह परंपरा है कि हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण किया जाता है। इससे बच्चों में पर्यावरण के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है।”
स्कूल परिसर में पौधों की देखभाल के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, जो नियमित रूप से पौधों की देखभाल करेगी और उन्हें समय-समय पर पानी देगी।
पेड़ लगाओ, प्रकृति बचाओ, धरती का जीवन सुरक्षित बनाओ
पाराशर स्कूल के प्रधानाचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं। इनके बिना हमारा जीवन असंभव है। हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए ताकि हम अपनी धरती को सुरक्षित और सुंदर बना सकें।”
इस अभियान के माध्यम से छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझा और यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में हमेशा पर्यावरण के प्रति जागरूक रहेंगे।
पाराशर स्कूल के इस प्रयास की सराहना की जा रही है और अन्य स्कूलों को भी इस प्रकार के अभियानों को अपनाने की प्रेरणा मिल रही है। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे धरती को हरा-भरा बनाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएंगे और उसकी देखभाल करेंगे। इस प्रकार के अभियानों से ही हम अपनी धरती को सुरक्षित और सुंदर बना सकते हैं।